चाणक्य नीति व्यक्ति को हर आने वाले संकट से बाहर निकलने का रास्ता दिखाती है. यही नहीं ये व्यक्ति को श्रेष्ठ आचरण करने के लिए भी प्रेरित करती है. चाणक्य नीति आज भी अगर प्रासंगिक बनी हुई तो इसके पीछे एक बड़ी वजह ये भी है कि व्यक्ति को आज भी ये प्रभावित करती है. व्यक्ति के जीवन मेंं घटने वाली अच्छी बुरी घटनाओं से उत्पन्न होने वाली स्थितियों की जानकारी चाणक्य नीति में दिखाई देती है. आइए जानते हैं आज की चाणक्य नीति-
नहीं करनी चाहिए बढ़ा चढ़ाकर बातें
जो लोग हर बात को बढ़ा चढ़ाकर करते हैं ऐसे लोग दूसरों के सामने दिखावा करते हैं. ऐसे लोगों का विश्वास नहीं करना चाहिए. ऐसे व्यक्ति समय आने पर साथ छोड़ जाते हैं. क्योंकि ऐसे लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है. ये अपनी कमी को छिपाने के लिए लोगों के समूह में स्वयं को बढ़ा चढ़ाकर पेश करने की कोशिश करते हैं.
अपनी झूठी शान दिखाने का भी प्रयास करते हैं. ऐसे लोगों से सदा बचकर रहना चाहिए. ऐसे लोगों की बातों से दूसरे लोग बहुत जल्द प्रभावित हो जाते हैं. बढ़ा चढ़ाकर बात करने वाले दूसरों को नुकसान भी पहुंचाते हैं जो इनकी बातों में आ जाता है उसे कभी-कभी हानि भी उठानी पड़ती है. ऐसे लोगों से सदा होशियार रहें.
बच्चों की गलती पर डालना चाहिए पर्दा
जो माता पिता अपने बच्चों की गलती पर पर्दा डालते हैं ऐसे माता पिता भविष्य में संतान से कष्ट उठाते हैं. बच्चों की गलती पर पहले समझाना चाहिए. बच्चों को अच्छे बुरे का फर्क माता पिता को बताना चाहिए. अगर बुरे कामों पर माता-पिता बच्चों का उत्साहवर्धन करेंगे तो उन्हें एक दिन समाज में शर्मिंदा होना पड़ता है. बच्चे जब भी गलत करें उन्हें टोकना चाहिए. उन्हें बुरे कामों के नतीजों से परिचित कराना चाहिए और भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं करने के लिए प्रेरित करना चाहिए.