जाने माने गायक अदनान सामी को पद्मश्री दिए जाने को लेकर कांग्रेस दो भागों में बंट गई है. जहां पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने अदनान सामी को पद्मश्री दिए जाने का विरोध किया है तो वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस फैसले का समर्थन किया है.
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा?
दिग्विजय सिंह इस लेकर ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने लिखा, ''पद्म पुरस्कार के लिए चुने गए सभी लोगों को बधाई. मुझे खुशी है कि प्रसिद्ध गायक एवं संगीतकार और पाकिस्तानी मुसलमान प्रवासी अदनान सामी को भी पद्म श्री दिया गया है.''
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें भारतीय नागरिकता देने के लिए भारत सरकार से उनके मामले की सिफारिश भी की थी. उन्हें मोदी सरकार ने भारतीय नागरिकता दी थी.’’
सिंह ने कहा, ‘‘भारत सरकार को भारतीय नागरिकता चाहने वाले हर धर्म के किसी भी व्यक्ति को नागरिकता देने का पूरा अधिकार है, तो फिर कैब/सीएए क्यों? भारतीय राजनीति का केवल ध्रुवीकरण करने के लिए. यदि पाकिस्तान, अफगानिस्तान या बांग्लादेश में उत्पीड़न का शिकार हुआ उच्च प्रतिष्ठा वाला कोई व्यक्ति भारतीय नागरिकता चाहता है, तो भारत सरकार अब क्या करेगी?’’
जयवीर शेरगिल ने क्या कहा?
जयवीर शेरगिल ने तंज कसते हुए कहा कि अब ‘‘भाजपा सरकार की चमचागिरी’’ यह प्रतिष्ठित सम्मान दिए जाने का नया मानदंड बन गया है.
पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने यह सवाल भी किया कि ऐसा क्यों हुआ कि करगिल युद्ध में शामिल हुए सैनिक सनाउल्लाह को ‘घुसपैठिया’ घोषित कर दिया गया, जबकि उस सामी को पद्म सम्मान दिया जा रहा है जिसके पिता ने पाकिस्तानी वायुसेना में रहकर भारत के खिलाफ गोलाबारी की थी?